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BharOS Operating System : IIT मद्रास ने बनाया भारत का अपना सुरक्षित मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम

 IIT मद्रास ने बनाया भारत का अपना ऑपरेटिंग सिस्टम - BharOS


BharOS Operating System : IIT मद्रास ने बनाया भारत का अपना सुरक्षित मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम
BharOS Operating System : IIT मद्रास ने बनाया भारत का अपना सुरक्षित मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम

24 जनवरी को आत्म निर्भर भारत योजना के तहत भारत के कम्युनिकेशन और इलेक्ट्रॉनिक इन्फॉर्मेशन मंत्री अश्वनी वैष्णव ने IIT मद्रास की एक कंपनी JandKops के द्वारा तैयार किये गए ऑपरेटिंग सिस्टम BharOS का सफल परीक्षण किया।


 BharOS ऑपरेटिंग सिस्टम की खासियत


                      BharOS   System Name                                                     system Fullform                  
NDA SYSTEM NO Default App
PASS SYSTEM Private App Store Service
NOTA SYSTEM Native Over the Year



IIT मद्रास द्वारा विकसित किये गए इस ऑपरेटिंग सिस्टम को सबसे सुरक्षित माना जा रहा है क्योंकि BHAROS ऑपरेटिंग सिस्टम की खासियत यह है कि इसमें बगैर यूजर के परमिशन से कोई भी एप्पलीकेशन डाला नही जा सकता है, अभी तक यूजर को जबरजस्ती से ना चाहतें हुए भी कुछ एप्पलीकेशन को अपने डिवाइस में इनस्टॉल करना पड़ता है, लेकिन bharOS के साथ ऐसा नही है यह बिल्कुल यूजर फ्रेंडली है और बिना यूजर के अनुमति के इस सिस्टम पर कोई भी अनचाहा एप्पलीकेशन इनस्टॉल नही हो सकता है।


इसमें NDA (No default App) डाला गया है, जो यूजर को उसके पसंद के PASS के द्वारा एप्लीकेशन को डाउनलोड करने की सुविधा देगा ।
और अपडेट के लिए इसमें NOTA (नेटिव ओवर दी ईयर) नामक एप्पलीकेशन इंस्टाल होगा जो साल दर साल अपने आप ही अपडेट कर देगा।



BharOS की PASS सर्विस (प्राइवेट ऐप स्टोर सर्विस)

BharOS ऑपरेटिंग सिस्टम में PASS नाम का एक सेफ्टी फीचर इनबिल्ट होगा, जैसे अभी गूगल प्ले स्टोर से यूजर एप्पलीकेशन को डाऊनलोड करते है ठीक वैसे ही BharOS का अपना एक प्ले स्टोर होगा जिसका नाम PASS रखा है।


कौन से फोन में सपोर्ट करेगा bharOS

BharOS मेड इन इंडिया होने के साथ साथ सेक्युरिटी सेंट्रिक है, अभी इसके डेवेलपर्स ने इस बात का नही बताया है कि वह किस कंपनी के साथ टाईअप करेंगे या इसे ओपन ही रखेगे।


कुछ दिन पहले भारत सरकार ने गूगल के ऊपर मनमानी करने के मामले में जुर्माना लगाया था, तब गूगल ने जुर्माने को ना चुकाने लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने गूगल की याचिका को खारिज कर दिया और कहा कि आपको जुर्माना तय समय पर चुकाना होगा।


सोचिए अगर गूगल इसी बात पर ये कह देता कि हम अपनी एड्रॉयड सर्विस को भारत मे बंद कर रहे है, तब क्या होता क्या भारत इस समस्या से निपट लेता ?
इसका जवाब हा है क्योंकि भारत सरकार को पता था कि हमने अपना ऑपरेटिंग सिस्टम को विकसित कर लिया है और हम हर परिस्थितियों से लड़ने के लिए तैयार है।
हालांकि BharOS का निर्माण गूगल द्वारा संचालित एंड्राइड ओपन सोर्स सर्विस के तहत गूगल के ही प्लेटफॉर्म का प्रयोग करके बनाया गया है।


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